पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से अहम विचार साझा किए

pm-modi-mann-ki-baat-key-points

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ आज देशवासियों के बीच संवाद का एक अहम माध्यम बन चुका है। यह सिर्फ प्रधानमंत्री का भाषण नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के विचारों और कहानियों का साझा मंच है।

अपने इस संबोधन में पीएम मोदी ने देश के विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला और जनता से सीधा संवाद करते हुए सकारात्मक बदलाव लाने की अपील की।

युवाओं को नवाचार और स्टार्टअप्स के लिए प्रेरित किया

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसकी युवा शक्ति है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा और तकनीक का सही उपयोग करें। स्टार्टअप्स, डिजिटल प्लेटफॉर्म और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में काम करने से भारत को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी।

उन्होंने यह भी बताया कि आज भारत विश्व के सबसे तेज़ी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक है। सरकार युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित कर रही है और आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने में युवाओं की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है।

पर्यावरण और जल संरक्षण पर जोर

पीएम मोदी ने पर्यावरण संरक्षण पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन (Climate Change) आज पूरी दुनिया के लिए गंभीर चुनौती है और भारत को इसमें नेतृत्व करना होगा।

प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की कि वे:

1. पानी की एक-एक बूंद बचाएं

2. वर्षा जल संचयन को अपनाएं

3. वृक्षारोपण को जीवन का हिस्सा बनाएं

4. प्लास्टिक के उपयोग को कम करें

उन्होंने कहा कि यदि हर नागरिक छोटे-छोटे कदम उठाए तो आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण छोड़ा जा सकता है।

आत्मनिर्भर भारत और ‘वोकल फॉर लोकल’

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ‘वोकल फॉर लोकल’ पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपने स्थानीय उत्पादों, छोटे व्यापारियों और हस्तशिल्प को बढ़ावा देना चाहिए।

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब कोई विदेशी ब्रांड का सामान खरीदने की बजाय हम स्थानीय उत्पाद को चुनते हैं, तो न केवल हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होती है बल्कि लाखों परिवारों की रोज़ी-रोटी भी सुरक्षित रहती है।

जनभागीदारी को सबसे जरूरी बताया

प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि सरकार अकेले किसी भी योजना को सफल नहीं बना सकती। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी (People’s Participation) ही सफलता की कुंजी है।

1. स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने में लोगों की भागीदारी अहम रही

2. जनधन योजना ने करोड़ों गरीब परिवारों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा

3. डिजिटल इंडिया ने हर नागरिक को तकनीक से जोड़ने का काम किया

उन्होंने अपील की कि जनता शिक्षा सुधार, स्वास्थ्य अभियान, स्वच्छता और डिजिटल सेवाओं में सहयोग करे, तभी भारत को विश्वगुरु बनाने का सपना पूरा होगा।

प्रेरणा के लिए स्वतंत्रता सेनानियों का उल्लेख

अपने कार्यक्रम में पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई सिर्फ राजनीतिक आंदोलन नहीं थी, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना का भी प्रतीक थी।
उन्होंने कहा कि हमें उनके त्याग और बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए और राष्ट्रहित को हमेशा सर्वोपरि रखना चाहिए।

महिलाओं की भागीदारी पर विशेष जोर

प्रधानमंत्री ने इस बार महिलाओं के योगदान पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज भारत की महिलाएं विज्ञान, शिक्षा, खेल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्टार्टअप्स तक हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं।

उन्होंने सभी परिवारों से आग्रह किया कि वे बेटियों को शिक्षा और करियर में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।

डिजिटल क्रांति और नई तकनीक

मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया ने गांव-गांव तक नई संभावनाएं खोली हैं। छोटे किसान, व्यापारी और विद्यार्थी भी अब डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं।

उन्होंने युवाओं से कहा कि वे साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसे क्षेत्रों में कौशल विकसित करें क्योंकि भविष्य इन्हीं पर आधारित होगा।

‘मन की बात’ का महत्व

‘मन की बात’ सिर्फ प्रधानमंत्री का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह देश के आम नागरिकों की प्रेरणादायक कहानियों को सामने लाने का माध्यम भी है।
इस कार्यक्रम में न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलती है, बल्कि यह देश की सकारात्मक सोच और एकता का प्रतीक भी है।

पीएम मोदी का यह संबोधन स्पष्ट करता है कि वे युवाओं, महिलाओं, किसानों और छोटे व्यापारियों को भारत के विकास की सबसे बड़ी ताकत मानते हैं।
उन्होंने जनता से जनभागीदारी, पर्यावरण संरक्षण, आत्मनिर्भर भारत और नवाचार पर ध्यान देने की अपील की। Bangladesh ने 3 Land Ports बंद किए | India को बड़ा झटका | Hili की अर्थव्यवस्था पर असर

‘मन की बात’ के जरिए प्रधानमंत्री ने यह संदेश दिया कि भारत की प्रगति में हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है। यदि देशवासी मिलकर छोटे-छोटे कदम उठाएं तो भारत को विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ